यदि आपके पास भी डीमैट अकाउंट है और आपके मन में सवाल है कि अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? तो उसके लिए आपको सेबी (SEBI) के दिए गए निर्देश अनुसार नियमों का पालन करना होगा। तो आइए जानते हैं: Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye?
वैसे तो डीमैट अकाउंट को निवेशकों के लिए सुविधाजनक माना जाता है क्योंकि उसके कारण फंड और शेयर को ट्रांसफर करने में आसानी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं आपके डीमेट अकाउंट से फ्रॉड (Demat Account Fraud) भी हो सकता है और पिछले कुछ दिनों में ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं, जिनमें डिमैट अकाउंट से संबंधित फ्रॉड हुए हैं।
आपने सुना ही होगा कुछ साल पहले डालमिया ग्रुप कंपनी ने एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उनका कहना था कि उसकी सहायक कंपनियों के डीमैट खातों से ब्रोकर में गैर कानूनी तरीके से म्यूच्यूअल फंड की यूनिट को ट्रांसफर करा है। जिनका कुल मूल्य 344 करोड़ रुपए था।
ऐसी कुछ घटनाओं ने निवेशकों के डीमैट खातों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए कि उनके डीमैट खातों को फ्रॉड से बचाने के लिए क्या तरीके अपनाए जाएं? (Protect Demat Accounts From Fraud)
सेबी ने ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए काफी इंतजाम किए हैं। जिनके कारण फ्रॉड की गुंजाइश काफी कम हो गई है। सेबी ने पावर ऑफ अटॉर्नी (PoA) के नियमों में काफी सख्ती दिखाई है जिसके कारण प्रतिभूतियों और फंड ट्रांसफर करने के ब्रोकर के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं। अब ब्रोकर बिना लिखित अनुमति के निवेशकों के नाम से ट्रेडिंग नहीं कर सकता है।
अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? (Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye)
यदि आप अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड (Demat Account Ko Fraud) से बचाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको नीचे दिए गए कुछ सुझावों का पालन करना होगा:
- आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी आपके डिपॉजिटरी के साथ अपडेट हो।
- अपने डीमैट खाते से किए गए हर ट्रांजैक्शन के बाद डिपॉजिटरी की ओर से भेजे गए SMS और ईमेल स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें।
- ब्रोकर द्वारा मासिक होल्डिंग स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें।
- अपने ट्रेडिंग अकाउंट में अतिरिक्त पैसा रखने से बचें और केवल खरीद के समय ही सेविंग अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करें।
- यदि आप ऑफलाइन ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो अपने ब्रोकर के पास हस्ताक्षर की हुई डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) ना रखें।
- अपना यूजरनेम और पासवर्ड किसी के साथ भी सांझा ना करें।
- यदि लंबे समय से आप अपने डीमैट खाते को इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आप अपने डीपी को एक एप्लीकेशन देकर इसे फ्रीज करवा ले। जिससे आपके डीमैट खाते में फर्जीवाड़े का खतरा नहीं रहेगा।
मेरा मानना है कि किसी भी तरह के डीमेट अकाउंट फ्रॉड (Demat Account Fraud) से बचने के लिए जिम्मेदारी निवेशकों की भी है। हर निवेशक को अपने शेयर और म्यूच्यूअल फंड यूनिटों पर नजर रखनी चाहिए। आप जब भी अपनी डीमैट खाते से कोई ट्रांजैक्शन करते हैं तो इस ट्रांजैक्शन की जानकारी एसएमएस अलर्ट और ईमेल के द्वारा भेजी जाती है। आपको हर ट्रांजैक्शन को ध्यानपूर्वक देख लेना चाहिए।
किसी भी वित्तीय ट्रांजैक्शन के मामले में सिक्योरिटी और अलर्टनेस होना बहुत ही आवश्यक है। यदि आप किसी भी तरह के डीमैट खाते फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने अकाउंट को चेक करें और हर ट्रांजैक्शन की स्टेटमेंट को ध्यान पूर्वक निरीक्षण करें।
अपने डीमैट खाते को किसी भी तरह के फ्रॉड से बचाने के लिए आपको सेबी द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस ब्लॉग पोस्ट में मैंने आपको बताया है की अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? (How To Protect Your Demat Account From Fraud) आप इस लेख को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।
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FAQ: अपने डीमैट अकाउंट को फ्रॉड से कैसे बचाएं? | Apne Demat Account Ko Fraud Se Kaise Bachaye? से संबंधित सभी प्रकार के प्रश्न:
एक व्यक्ति कितने डीमैट खाते खुलवा सकता है?
एक व्यक्ति अलग-अलग डिपॉजिटरी प्रतिभागियों (DP) के साथ अपने नाम से डीमैट खाते खोल सकता है। इसका अर्थ यह है कि भारत में मौजूद हर डिपॉजिटरी प्रतिभागियों के साथ आप अपने नाम से एक डीमैट खाता खुलवा सकते हैं।
क्या खाते डीमैट खाते सुरक्षित हैं?
डीमैट खाते कई मायनो में बैंक खातों की तरह ही होते हैं। इसमें रखे गए स्टॉक सुरक्षित होते हैं लेकिन इसके लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप SEBI द्वारा बताए गए नियमों और सावधानियों को बरतें।