सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme In Hindi) को नवंबर 2015 में लॉन्च किया गया था। सरकार का इस योजना को लॉन्च करने का उद्देश्य केवल फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करना था। इस योजना के द्वारा सोने में निवेश करने पर निवेशकों को फिजिकल फॉर्म में सोना रखने की जरूरत नहीं होती है।
इस योजना में निवेशकों को प्रति ग्राम सोने में निवेश का मौका मिलता है जिसकी कीमत सोने की बाजार मूल्य से जुड़ी होती है। जैसे ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड Mature होता है इस बांड को नकदी में भुनाया जा सकता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme) में प्रतिवर्ष 2.50% ब्याज होगा जो अर्धवार्षिक आधार पर दिया जाता है। इसकी परिपक्वता अवधि (Maturity Period) 8 वर्ष की होती है लेकिन 5 वें, 6 वें और 7 वें वर्ष में जरूरत पड़ने पर आप इससे बाहर निकल सकते हैं।
इस बॉन्ड (Bond) को सरकारी सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत स्टॉक के रूप में जारी किया जाता है और निवेशकों को उसी के लिए होल्डिंग सर्टिफ़िकेट भी दिया जाता है।
Buy Sovereign Gold Bonds – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदें
इस योजना में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड, कुछ चुनिंदा कमर्शियल बैंक और डाक घरों में होती है। इसके अलावा आप स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) जैसे कि मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange – BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange – NSE) से भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ले सकते है।
Sovereign Gold Bonds Subscription Limit – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सदस्यता सीमा
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond Scheme) की न्यूनतम सीमा 1 ग्राम है। इंडिविजुअल और हिंदू अविभाजित परिवार के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम और ट्रस्ट के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 20 किलोग्राम तय की गई है।
Why Should You Invest In Gold Bonds? – आपको सोने के बांड में निवेश क्यों करना चाहिए ?
गोल्ड बॉन्ड (Gold Bond) में निवेश करने के कई फायदे हैं। यह बॉन्ड भारतीय निवासियों, हिंदू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित है।
Advantages of Investing In Gold Bonds – गोल्ड बॉन्ड में निवेश के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
- इन बॉन्ड को ऋण के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इन बॉन्ड को लेने के लिए अधिकतम रु 20,000 का भुगतान नकद में, डिमांड ड्राफ्ट, चेक या नेट बैंकिंग के द्वारा किया जाता है।
- इन बॉन्ड को डीमेट (Demat Account) रूप में भी परिवर्तित किया जा सकता है।
- यह बहुत सुरक्षित है क्योंकि भारत सरकार इन्हें स्टॉक के रूप में जारी करती है।
- आपके द्वारा लिए गए बॉन्ड पर टैक्स नहीं लगता है और निवेश से मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स बेनिफिट प्राप्त होता है।
How To Invest In Sovereign Gold Bond Scheme In Hindi ? – सोने की बॉन्ड में निवेश कैसे करें ?
जैसा कि मैंने आपको पहले बताया है कि सरकार के परामर्श के बाद ही भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme) लागू करती है।
यदि आप भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश करना चाहते हैं तो आपको आवेदन पत्र भरना होगा। यह आवेदन पत्र आपको बैंकों या डाकघर के द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
यह आवेदन पत्र आप भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं कई बैंक जैसे कि भारतीय स्टेट बैंक बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का प्रावधान भी करते हैं यदि आपके पास भारतीय स्टेट बैंक का (OnlineSBI) ऑनलाइन एसबीआई अकाउंट है तो आप ऑनलाइन एसबीआई के द्वारा भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं।
आवेदन करते समय आपको अपना पैन नंबर (PAN) प्रदान करना होगा। पैन नंबर के बिना कोई भी सोने के बांड में निवेश करने के लिए आवेदन नहीं कर सकता है।
यदि आप ऑनलाइन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए आवेदन करते हैं तो आपको ₹50 प्रति ग्राम कम मूल्य देना होगा।
Eligibility For Sovereign Gold Bond Scheme In Hindi – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के लिए पात्रता
यदि आप भी सॉवरेन गोल्ड बांड लेना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना होगा:
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के अनुसार इस योजना में केवल भारतीय निवासी ही बांड में निवेश कर सकते हैं।
- व्यक्ति, संघ, ट्रस्ट, HUF सदस्य आदि सभी इस योजना में निवेश कर सकते हैं परंतु उनका भारतीय निवासी होना अनिवार्य है।
- इस बांड को नाबालिगों की ओर से उनके माता-पिता या अभिभावक खरीद सकते हैं।
Features and Benefits of Sovereign Gold Bond Scheme In Hindi – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की विशेषताएं और लाभ
सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम की कुछ विशेषताएं और लाभों के बारे में नीचे उल्लेख किया गया है:
- इस बांड की न्यूनतम सीमा 1 ग्राम है निवेशक अपनी जरूरतों के अनुरूप इस स्कीम में निवेश कर सकता है।
- इन बांड को कागज या डीमेट (Demat Account) के रूप में रखने का विकल्प है। निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार इन्हें रख सकता है।
- निवेशक अपनी राशि के अनुसार इसमें निवेश कर सकता है। उसे कम से कम 1 ग्राम इकाई में निवेश करना होगा।
- क्योंकि यह स्कीम सरकार द्वारा समर्थित है इस योजना में निवेश करने पर सोने की शुद्धता का आश्वासन दिया जाता है।
- इस योजना की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) 8 वर्ष की है।
- यदि आप 8 वर्ष की अवधि से पहले इन्हें भुनाना चाहते हैं तो आप को कम से कम 5 वर्ष का इंतजार करना होगा।
- इन बांड के बदले में आप ऋण (Loan) भी प्राप्त कर सकते हैं।
- इन बांड को भारतीय रिजर्व बैंक की अधिसूचनाओं के अधीन स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) पर व्यापार भी कर सकते हैं।
Sovereign Gold Bond Scheme Interest Rate – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम ब्याज दर
गोल्ड बॉन्ड (Gold Bond) पर भारतीय सरकार ने एक ब्याज दर (Interest Rate) तय की है जिसमें सभी निवेशक अपने निवेश पर ब्याज अर्जित करने के लिए पात्र हैं। वर्तमान ब्याज दर प्रति वर्ष 2.50% है और इसी ब्याज दर के अनुसार हर 6 महीने में भुगतान किया जाता है। इस ब्याज दर को सरकार अपनी नीतियों के अनुसार बदल भी सकती है।
FAQs On Sovereign Gold Bond Scheme In Hindi :
Can I Buy Gold Bond Online?
आप इन बॉन्ड में निवेश करने के लिए बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इन बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
Can I Take A Loan Against A Sovereign Gold Bond?
जी हां। आप इन बॉन्ड को सिक्योरिटी के रूप में इस्तेमाल करके लोन ले सकते हैं।
Can I Invest In A Sovereign Gold Bond Through A DEMAT Account?
यदि आपके पास DEMAT खाता है तो आप सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bond) को अपने डीमेट खाते में रख सकते हैं।